तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। जिनमे अकेले चलने के हुनर होते है, अंत में उनके पीछे काफिले होते है, भंवर से लड़ो तुंद लहरो�
तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। जिनमे अकेले चलने के हुनर होते है, अंत में उनके पीछे काफिले होते है, भंवर से लड़ो तुंद लहरो�